पानीपत का प्रथम युद्ध
काबुल का तैमूरी शासक,
महत्वाकांक्षी सेनानायक।
ज़हीरुद्दीन मोहम्मद बाबर,
उमर शेख मिर्ज़ा था फादर।।
पन्द्रह सौ छब्बीस का साल,
युद्ध हुआ था वह विकराल।
पानीपत का था मैदान,
लोदी इब्राहीम सुल्तान।।
तोपें लेकर बाबर आया,
कुशल प्रशिक्षित फौज सजाया।
भीषण युद्ध कला कौशल से,
इब्राहीम को मार गिराया।।
दिल्ली पर कब्जा बाबर का,
उत्तर भारत और आगरा।
मुगल वंश का वह संस्थापक,
चार साल तक वह रहा शासक।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
(स्टेट अवार्डी टीचर)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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