५११~ मीनाक्षी नेगी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सल्या, ब्लॉक - ऊखीमठ, जनपद- रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
🏅#अनमोल_रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से देवभूमि उत्तराखंड से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन मीनाक्षी नेगी जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना दिया है बल्कि सामाजिक विश्वास का केन्द्र भी बना दिया। यही कारण है कि आपके विद्यालय ने सामाजिक सहभागिता के प्रयासों को साकार करने में सफलता प्राप्त की है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-
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👉1- शिक्षक का परिचय :-
मीनाक्षी नेगी
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
सल्या, ब्लॉक-ऊखीमठ, जनपद- रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
प्रथम नियुक्ति -20-03-1995
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति - 21/08/2009
👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :-
🥀(A) स्वयं के प्रयास-
🔹️(1) व्यक्तिगत रूप से छात्रों तथा अभिभावकों से संपर्क।
🔹️(2) उचित प्रबंधन।
🔹️(3) आकर्षक प्रार्थना सभा।
कार्य योजना बनाकर कार्य करना।
🔹️(4) स्वयं तथा विद्यालय स्टाफ भोजन माता सहित की नियमित समयानुसार उपस्थिति विद्यालय में देने का प्रयास ताकि छात्र हमारा अनुसरण कर सकें। छात्रों के सम्मुख एक आदर्श उपस्थित हो।
🔹️(5) बाल मनोभावों तथा उनके विविध कौशलों की पहचान कर, कार्य योजना बनाकर कार्य करना।
🔹️(6) नवीन दुर्गम विद्यालय होने के कारण विद्यालय की शैक्षणिक तथा भौतिक व्यवस्थाएं शून्य से प्रारम्भ की गई, जो कि एक चुनौती भरा कार्य था। इसके लिए छात्रों, अभिभावकों तथा अध्यापकों के साथ सामंजस्य स्थापित कर छात्र हित मैं कार्य।
🥀(B) अन्य शिक्षकों के सहयोग से - "सहयोग एक ऐसी शक्ति प्रदान करता है जो आदमी को एक लक्ष्य तक पहुंचाता है"।
मेरे व्यक्तिगत प्रयासों के अलावा विद्यालय स्टाफ की विद्यालय को सजाने, संवारने, निखारने में अहम भूमिका रही है। जिस कारण विद्यालय ने हर क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बनाई है। 2008-09 विद्यालय के खुलने पर निकटस्थ निजी विद्यालय का बंद होना जिस कारण विद्यालय की छात्र संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती ही गई।
निकटवर्ती गाँवों से भी बच्चों का प्रति वर्ष अपने विद्यालय में प्रवेश लेना एक सुकून भरा एहसास है। जबकि इन गाँवों के निकट इंटर कॉलेज, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्थित है।
🔹️(1) सर्वप्रथम छात्र ठहराव पर स्टाफ के सहयोग से कार्य किया गया छात्र विद्यालय में ठहरे कैसे। छात्रों के पारिवारिक परिवेश को समझने का प्रयास किया गया। एसएमसी बैठकों द्वारा, राष्ट्रीय पर्वो पर, विद्यालय में मनाए जाने वाले महापुरुषों की जयंती पर अभिभावकों से निरंतर संपर्क कर कम संप्राप्ति वाले बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर समस्या का निदान करने का प्रयास अभिभावक, छात्र तथा अध्यापक के माध्यम से करने का प्रयास किया गया।
🔹️(2) शैक्षिक रूप से कम संप्राप्ति वाले छात्रों की पहचान कर उन्हें अतिरिक्त समय देकर अलग से शिक्षण कार्य करवाया गया।
🔹️(3) संबंधित छात्रों को उनके संप्राप्ति एवं शैक्षिक स्तर के अनुसार गृह कार्य दिया गया तथा प्रतिदिन उनके गृह कार्य की जांच की गई।
🔹️(4) कक्षा में होशियार छात्र छात्राओं के सहयोग से उपचारात्मक शिक्षण भी अतिरिक्त समय में दिया गया।
🔹️(5) आकर्षक प्रार्थना सभा, (लेजियम, डंबल, पीटी, योग, आसन) सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, आईसीटी का प्रयोग, शैक्षिक भ्रमण, वृक्षारोपण, विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल, प्रतिभा दिवस, महापुरुषों की जयंतियां, राष्ट्रीय पर्व, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, स्कूल चलो अभियान चित्रकला प्रतियोगिता सुलेख प्रतियोगिता, किचन गार्डन, छात्रों के विभिन्न कौशलों का विकास एवं नवाचार, रोजगार एवं व्यवसायिक शिक्षा, प्रवेश उत्सव, जनजागरूकता रैली, विज्ञान महोत्सव, बाल संसद, भाषा संगम, इस लॉक डाउन अवधि में मिशन शिक्षण संवाद द्वारा ऑनलाइन परीक्षा संपादित करवाई गई एवं अन्य विभागीय शैक्षणिक गतिविधियां विद्यालय स्तर पर विद्यालय परिवार द्वारा संपन्न की जाती है।
🔹️(6)शैक्षणिक एवं भौतिक गतिविधियों में विद्यालय प्रबंधन समिति का सराहनीय सहयोग।
🥀(C)जनप्रतिनिधियों के सहयोग से-
🔹️(1) क्षेत्रीय विधायक श्रीमती शैला रानी रावत जी द्वारा सत्र 2014-15 में छात्र/छात्राओं तथा कार्यालय हेतु पर्याप्त फर्नीचर हेतु धनराशि प्रदान की गई है।
🔹️(2) क्षेत्रीय विधायक श्री मनोज रावत जी द्वारा सत्र 2019-20 में आपदा के तहत खेल मैदान की क्षतिग्रस्त दीवार तथा मैदान समतलीकरण हेतु 100000/- रुपए की धनराशि विद्यालय को प्रदान की है। यह विद्यालय के लिए दूसरी विधायक निधि स्वीकृत है।
🔹️(3) वर्तमान में मनरेगा के तहत ग्राम प्रधान सल्या श्रीमती बबीता देवी रावत जी द्वारा विद्यालय में चाहर दीवारी, गेट (फाटक) गेट से विद्यालय तक टाइल्स का कार्य निर्माणाधीन है।
🔹️(4) मनरेगा के तहत ग्राम प्रधान शल्या श्रीमती सावित्री देवी जी द्वारा आपदा के कारण पुरानी पेय जल लाइन पूर्णतया क्षतिग्रस्त होने के कारण नई पेयजल लाइन विद्यालय तक बिछाई गई तथा पेयजल को नए जल स्रोत से जोड़ा गया।
🥀(D) शासन के सहयोग से -
विद्यालय विकास योजना की धनराशि, एमडीएम की धनराशि, निशुल्क गणवेश की धनराशि तथा अन्य मदों की धनराशि समय- समय पर व्यय की जाती है।
🥀(E) जनसहभागिता से -
🔹️(1) वृक्षारोपण कार्यक्रम, राष्ट्रीय पर्व, स्वच्छता अभियान, जन जागरूकता रैलियां, स्कूल चलो अभियान, साक्षरता रैली, फूलदेई प्रतियोगिता, विदाई समारोह, स्वागत समारोह, मातृ सम्मेलन इत्यादि सफल कार्यक्रम जनसहभागिता से ही संचालित होते हैं।
विद्यालय प्रबंधन समिति का भी समय-समय पर सहयोग मिलता है।
🔹️(2) विद्यालय को विभिन्न संस्थाओं द्वारा सहयोग - संस्थाओं द्वारा छात्रों को गरम ट्रैकसूट, स्वेटर, जूते, मौजे, दरिया, चटाइयां स्वच्छ पेयजल हेतु फिल्टर इत्यादि प्रदान की गयी।
(🥀F) ग्राम प्रधान, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, ग्रामीण जनता, अभिभावक, एवं भूतपूर्व छात्रों के द्वारा समय-समय पर सहयोग।
👉(3) किए गए प्रयासों का परिणाम :-
🥀A-प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन-
विद्यालय में सत्र 2009-10 में कुल 9 छात्रों को नामांकन था और कक्षावार उपस्थिति भी हमेशा न्यून रहती थी। अथक प्रयासों के पश्चात प्रतिवर्ष विद्यालय की छात्र संख्या नामांकन में वृद्धि तथा कक्षा वार उपस्थिति में सुधार।
🥀(B)वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत- 95% से अधिक।
🥀(C)- नवोदय विद्यालय में छात्रों का चयन।
👉4-विद्यार्थियों की उपलब्धियां-
🥀(A) विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण।
पाठ्य सहगामी क्रिया कलाप में प्रतिभाग।
🔹️(1) 2019-20 में लोक नृत्य में ब्लॉक स्तर पर प्रथम और जनपद में द्वितीय स्थान प्राप्त।
🔹️(2) 2019-20 फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता ब्लॉक स्तर पर द्वितीय तथा जनपद में प्रतिभाग।
🔹️(3) योग जनपद में द्वितीय।
🔹️(4) निबंध प्रतियोगिता जनपद स्तर पर प्रतिभाग।
🔹️(5) 2019-20 लोंग जंप, हाई जंप, रेस 50 मीटर 100 मीटर ब्लॉक स्तर में प्रतिभाग।
🔹️(6) 2018-19 समूहगान ब्लॉक स्तर पर द्वितीय।
🔹️(7) 2018-19 सपनों के चित्र में ब्लॉक स्तर पर द्वितीय तथा जनपद स्तर पर द्वितीय।
🔹️(8) 2018-19 सपनों के चित्र ब्लॉक स्तर पर द्वितीय।
🔹️(9) 2019-20 निबंध लेखन प्रतियोगिता में ब्लॉक स्तर पर द्वितीय तथा जनपद में प्रतिभाग।
🔹️(10) रिंगाल हस्तशिल्प कला में प्रतिभाग।
🔹️(11) सपनों की उड़ान कार्यक्रम में संकुल, ब्लॉक, जनपद स्तर पर अच्छा प्रदर्शन एवं स्थान प्राप्त।
🔹️(12) छात्रों द्वारा फूलों का उत्पादन कर फूलों की रंगोली मालाएं सजावट इत्यादि प्रतियोगिता कर रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा। विद्यालय स्तर पर भी छात्रों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी पुरस्कृत किया जाता है।
🥀(B) नवोदय विद्यालय में एक छात्र का चयन।
🥀(C) फूलदेयी प्रतियोगिता में 26 टीमों में से प्रथम स्थान।
🥀शिक्षकों द्वारा किए गए नवाचार-
विद्यालय में शिक्षकों द्वारा नवीन शिक्षण विधियों एवं पढ़ाने के तरीके में परिवर्तन करके बच्चों का उनके कौशल तथा प्रतिभाओं से अवगत कराया जाता है।
🔸️(1)आईसीटी पर आधारित शिक्षण
इसके अंतर्गत शिक्षकों द्वारा कंप्यूटर स्वयं के लैपटॉप, यूट्यूब तथा ऑडियो वीडियो इंटरनेट द्वारा शिक्षण कार्य किया जाता है जिसमें बच्चे भी खासी रुचि लेते हैं।
🔸️(2) शैक्षणिक भ्रमण द्वारा बच्चों में खोजबीन की भावना को विकसित करना स्थाई ज्ञान देने का प्रयास जिससे छात्रों ने जिज्ञासु प्रवृत्ति को बढ़ावा मिले।
🔸️(3) प्रतिदिन प्रार्थना सभा में मिशन शिक्षण संवाद की दैनिक गतिविधियों को बच्चों के द्वारा आयोजित करना।
🔸️(4) विद्यालय में रचनात्मकता के विकास के लिए प्रतिभा दिवस को मनाना।
🔸️(5) छात्रों को स्वयं कार्य करके सीखने के अवसर प्रदान करना।
(स्वयं करके सीखना)
🔸️(6) छात्रों के पुस्तकीय ज्ञान को उनके बाहरी जीवन से जुड़ने के लिए बाल केंद्रित शिक्षा, स्वयं करके सीखना, खेल विधि, कहानी शिक्षण विधि, प्रदर्शन विधि, प्रोजेक्ट विधि, केस स्टडी विधि, बाल शोध मेला विज्ञान मेलाछात्रों तथा अध्यापकों द्वारा विविध टी एल मों का निर्माण। आनंदम पाठ्यचर्या द्वारा शिक्षण।
👉5- विद्यालय के प्रेरक शिक्षण।
छात्रों पर अपने शिक्षण के बेहतर प्रभाव के लिए शिक्षक द्वारा किए गए अभिनव प्रयोग जैसे आईसीटी का प्रयोग, आनंददायक सीखने की तकनीक का उपयोग, बाल केंद्रित शिक्षा, खेल खेल में शिक्षा, कम लागत वाले शिक्षण संसाधन।
विविध क्रियाकलाप
समाजोपयोगी कार्य, जन जागरूकता रैली, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता, पेंटिंग, सपनों के चित्र, पोस्टर प्रतियोगिता, एवं विविध खेलकूद एवं प्रतियोगिताएं प्रतिभा दिवस पर अभिभावकों के साथ साझा कर मनाए जाते हैं।
विद्यालय सौंदर्यीकरण के अंतर्गत संसाधन विकास जैसे छात्रों द्वारा बागवानी फुलवारी कक्षा कक्षा की सजावट तथा प्रति छात्र एक गमले का मालिक।
Activity based teaching, doubt clearing day, english speaking day.
इत्यादि जिम्मेदारियां छात्रों को दी जाती हैं ताकि वह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन तन्मयता और विद्यालय के साथ लगाव के साथ करे।
👉(6) शिक्षकों तथा विद्यालय की उपलब्धियां शिक्षक के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों का विवरण।
🔸️(1) विभाग द्वारा 2018-19 में जनपद स्तरीय सपनों की उड़ान कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान पुरस्कार प्राप्त।
🔸️(2) विभाग द्वारा 2018-19 में विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय प्रबंधन समिति सम्मान प्राप्त।
🔸️(3) अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं नवाचारी शिक्षक सम्मान प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
🔸️(4) मिशन शिक्षण संवाद के तहत जिलाधिकारी महोदय रुद्रप्रयाग द्वारा प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
🔸️(5) भारतीय प्रबंधन संस्थान काशीपुर (Indian institute of management kashipur)
Elementary school headmasters training
Certificate prapt.
🔸️(6) Teacher glory awards
Certificate prapte
🔸️(7) Red tape movement
Certificate
🔸️(8) श्री अरविंदो सोसायटी द्वारा शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार पर प्रशंसा पत्र।
🔸️(9) अखिल भारतीय शैक्षिक नी नवाचार, सामाजिक, सांस्कृतिक, एवं पर्यावरण विमर्श
2020
🔸️(10) अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2020 प्रमाण पत्र।
(7)👉 मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश- हमें अपने तथा छात्रों के अंतर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए।
(8)👉 शिक्षक समाज के लिए संदेश- शिक्षक विद्यार्थी की हर गलती को क्षमा करने वाली भावना रखता हो और उसकी हर कमजोरी को दूर कर उसको शिखर (सफलता) तक ले जाने के लिए सतत प्रयास शील हो। शिष्य के मन में सीखने की इच्छा को जागृत करने वाला ही शिक्षक कहलाता है।
📝 साभार- गिरिजेश सेमवाल (स०अ०) रा०प्रा०वि० जमेथी
ब्लॉक- अगस्तमुनि, जिला- रुद्रप्रयाग
🖌️🖍️ संकलन, प्रेरणा, सहयोग के लिए लक्ष्मण सिंह मेहता जी राज्य संयोजक टीम मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखंड का बहुत-बहुत आभार।🙏🏻💐
नोट:- मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏
दिनांक: 06-02-2021
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