५१४~ सुभाष चंद रोहिला राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल, भगवानपुर, हरिद्वार, उत्तराखंड।

 🏅#अनमोल_रत्न🏅 


त्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से देवभूमि उत्तराखंड के जनपद- हरिद्वार से अनमोल रत्न शिक्षक सहयोगी भाई सुभाष चंद रोहिला जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना दिया है बल्कि सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जिसका परिणाम यह हुआ कि सरकारी शिक्षा की सबसे बड़ी समस्या नामांकन एवं उपस्थिति पर सफलता प्राप्त करते हुए नामांकन 43 से बढ़ते हुए 130 छात्र हो गया। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं। 


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :- 

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2886759994934912&id=1598220847122173 

👉1.. शिक्षक का परिचय :-

सुभाष चंद रोहिला

राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल, भगवानपुर, हरिद्वार, उत्तराखंड। 

प्रथम नियुक्ति: 17/07/1989

वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति :  04/01/2017

👉2.. विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :

🥀A- स्वयं के प्रयास: 

जनसंपर्क, अभिभावकों से व्यक्तिगत संपर्क तथा उच्च अधिकारियों से विद्यालय में सहशिक्षा के लिए अनुमति ली गई, क्योंकि कन्या विद्यालय होने के कारण छात्रों का नामांकन नहीं किया जाता था, जिससे छात्रों के अभिभावक परेशान होते थे| गरीब बच्चों को शिक्षण सहायक सामाग्री उपलब्ध करवाना। 

🥀B- अन्य शिक्षकों के सहयोग से :

अन्य तीनों शिक्षिकाओं का पूर्ण सहयोग प्राप्त सभी विद्यालय के लिए समर्पित हैं| वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती सीमा रानी द्वारा उनकी पूज्य सास की पुण्यतिथि पर विद्यालय हेतु दो पंखे दान दिये गये|

🥀C -जनप्रतिनिधि के सहयोग से :

जनप्रतिनिधियों से विद्यालय के भौतिक संसाधनों हेतु वर्तमान समय तक किसी तरह के अनुदान के लिए प्रयास नहीं किया गया| क्योंकि इस तरह की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी|

🥀D - शासन के सहयोग से : शौचालय,चाहरदीवारी किचन सहित विभिन्न भौतिक संसाधनों का विकाश हुआ।

🥀E - जन सहभागिता : अपेक्षित सहयोग मिल रहा है|

F -अन्य सहयोग से : 

भारत विकास समर्पण संस्था रुड़की (NGO) द्वारा बहुत सहयोग किया गया| संस्था द्वारा कई बार हमारी छात्राओं को नि:शुल्क आत्मरक्षा कौशल का प्रशिक्षण दिया जाता रहा है| मेरे अनुरोध पर संस्था द्वारा छात्र- छात्राओं के बैठने हेतु फर्नीचर की व्यवस्था में भी सहयोग किया गया, हम इस संस्था के आजीवन आभारी रहेंगे|








👉3 - किए गये प्रयासों का परिणाम :

🥀A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन:

प्रयास से पहले विद्यालय में 43 छात्रायें नामांकित थी और प्रयास के बाद नामांकन 130 हो चुका है|

🥀B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत 80%

🥀C - प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या.. 60%













👉4 - विद्यार्थियों की उपलब्धियां:

विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण: 

🥀A-सपनों की उड़ान प्रतियोगिता में जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार

लोकनृत्य में द्वितीय, सुलेख में तृतीय स्थान

🥀B- विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:

ब्लाक स्तर पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता , चित्रकला प्रतियोगिता, प्रेरक गीत प्रतियोगिता आदि में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया।

🥀C-विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियां 

विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का समावेश, आपसी सहयोग की भावना विकसित हुई है|

👉5- विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक , सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-

प्रेरक कहानियां ,प्रतिदिन प्रार्थना सभा में अध्यापकों द्वारा बच्चों को सुनाई जाती हैं| ब्लॉक मुख्यालय का विद्यालय होने के कारण समस्त प्रतियोगिताएं हमारे प्रांगण में आयोजित की जाती हैं अत: सभी छात्र- छात्राऐं विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने हेतु उत्साहित रहते हैं एवं बेहतरीन प्रदर्शन भी करते हैं|

👉6 -शिक्षकों एवं विद्यालय की उपलब्धियां:-

🥀A-शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:

कक्षा शिक्षण में विभिन्न नवाचार किये जाते है। आजकल कोरोना संकट में तीनों कक्षाओं के सामान्य स्तर से नीचे या धीमी गति से सीखने वाले बच्चों की एक अलग कक्षा (ग्रुप) बनाया गया है उनके लिए कुछ प्राथमिक स्तर की पठन-पाठन सामाग्री की व्यवस्था कर उन्हें सामान्य पढ़ना और गणित की सरल संक्रियाओं का अभ्यास करवाया जाता है|

🥀B-शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों का विवरण: 

ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया|

C-शिक्षकों की अन्य उपलब्धियां:-

सभी शिक्षक - शिक्षिकायें पाठ्यक्रम के साथ साथ अन्य क्रियाकलापों में भी बच्चों को प्रतिभाग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं तथा मनोयोग से बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रयासरत हैं|

8-👉 मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश-

मैं मिशन शिक्षण संवाद टीम का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूँ मिशन ने कोरोना काल में हमारे बच्चों तक पाठ्यक्रम को बहुत ही सरल एवं रोचक बनाकर प्रस्तुत कर एक मिशाल कायम की| आनलाइन टेस्ट पेपर तैयार कर बच्चों को इस विधा में भी पारंगत बनाया जिससे बच्चों में एक नया आत्मविश्वास पैदा हुआ, बच्चों में योग के प्रति रुचि पैदा करना भी मिशन की बहुत बड़ी सफलता है| आनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण भी मिशन का प्रसंसनीय कार्यक्रम रहा| मुझे मिशन से जोड़ने के लिए बहन शालीनी शर्मा का कोटिशः आभार व धन्यवाद। 

9👉- शिक्षक समाज के लिए संदेश : 

शिक्षक समाज से मैं यही अनुरोध करना चाहता हूँ कि हमारे ये बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और हम सौभाग्यशाली हैं कि आज हमारे हाथों में हमारे देश का भविष्य है, इन्हें सवारने का हरसंभव प्रयत्न करना  एक सच्ची राष्ट्रसेवा है| 

साभार📝 शालीनी शर्मा

टीम मिशन शिक्षण संवाद हरिद्वार 

🖍️🖌️संकलन, सहयोग व प्रेरणा के लिए श्री लक्ष्मण सिंह मेहता जी उत्तराखण्ड राज्य संयोजक का मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से आभार व धन्यवाद। 

नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें✍🏽🙏

दिनांक: 24-02-2021

Comments

  1. आदर्श शिक्षक आदर्श विद्यालय
    अद्भुत प्रयास

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