अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस

बच्चों  की  कुछ-कुछ, अपनी भाषा,

बढ़ते  आगे  रहने की,   एक आशा,

निज भाषा  से जुड़े  हुए,  नए शब्द,

धीरे-धीरे विकसित, समझ परिभाषा।


मातृभाषा  मूल  जड़, रुचि  सम्मान,

शिक्षा  सदाचार  मय, उद्देश्य महान,

पर भाषा आवश्यक, अनुसार मान्य,

ध्यानाकर्षण, प्रेरणा लक्ष्य आत्मज्ञान।

 

विचार स्वतंत्र, ज्ञान सीखना सिखाना,

दबाव रहित, शिक्षण पद्धति अपनाना,

अनावश्यक बोझ, गुरु संग शिष्य पर,

तनिक भर,  कार्य  भिन्न-भिन्न नाना।


शिक्षा  पुरातन, संस्कारों  का निर्माण,

मौखिक लिखित, संचार  जीव  प्राण,

योग  तन मन,  विचारों  का  संप्रदान,

पुरातन आधुनिक, नवाचार विनिर्माण।


रचयिता

ऋषि दीक्षित, 

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय भटियार,

विकास क्षेत्र- निधौली कलाँ,

जनपद- एटा।



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