५१०~ उमा सिंह कंपोजिट विद्यालय सालारपुर, विकासखंड - डिलारी, जनपद - मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश

                🏅#अनमोल_रत्न🏅



मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - मुरादाबाद से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन उमा सिंह जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना दिया है बल्कि सामाजिक विश्वास का केन्द्र भी बना दिया है। जिससे आपके प्रयासों ने बेसिक शिक्षा के विद्यालयों के प्रति समाज की सबसे जटिल, कठिन और अविश्वास पूर्ण समस्या बच्चों का नामांकन एवं ठहराव में सफलता प्राप्त की है। यही कारण है कि आज आपके विद्यालय का नामांकन लगभग तीन गुना 54 से 151) हो गया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं। 



आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :- 

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👉1. शिक्षक का परिचय :- 

उमा सिंह

कंपोजिट विद्यालय सालारपुर, विकासखंड - डिलारी, जनपद - मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश 

प्रथम नियुक्ति – 02/02/2010

वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति – 09/11/2016 


👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के लिए किए गए प्रयास:- 

⭐A- स्वयं के प्रयास

वर्तमान विद्यालय में मेरी नियुक्ति  09-11-2016  को हुई। विद्यालय में प्रथम दिन ही मैंने देखा कि बच्चों की संख्या बहुत ही कम (17-18 बच्चे) थी, जिसमें नामांकन भी 54 ही था। मैं इस विषय पर बहुत चिंतित हुई । इसका उपाय सोचा। मेरे द्वारा सर्वप्रथम खेलने का सामान लाया गया, जिससे बच्चों की संख्या बढ़ गई। 54 में से लगभग 45-46 बच्चे आने लगे। विद्यालय में नवाचार के साथ - साथ विद्यालय का भौतिक परिवेश भी अच्छा किया गया, जिससे नामांकन में लगातार  वृद्धि  हुई।

छात्रसंख्या 54 से  151  हो गयी है।





⭐B- अन्य शिक्षकों के सहयोग से मैंने विद्यालय में एक टीम की तरह काम करना प्रारम्भ किया। समय – समय पर  मीटिंग कर विद्यालय के विकास हेतु कार्य योजनाएं बनाईं। इसी के साथ- साथ विद्यालय मे शिक्षण में  T.L.M. ब नवाचारों के साथ – साथ खेल खेल में शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों का भी प्रयोग किया गया।  

⭐C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से:- 

समय-समय पर विद्यालय को जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिलता रहा, जिसमें ग्राम प्रधान  द्वारा भी विद्यालय में कुछ गमले भेंट किए गए, जिससे विद्यालय का वातावरण और भी मुग्ध  हो गया। 

👉3- किए गए प्रयासों का परिणाम :

⭐A-  छात्रों का  नामांकन :- छात्रों के नामांकन के लिए घर – घर अभिभावकों से सम्पर्क किया गया तथा विद्यालय में होने वाली गतिविधियों से शिक्षा के बारे में जानकारी दी गई, जिससे संख्या 54 से बढ़कर 151 हो गई ।

⭐B- उपस्थिति :- बच्चो की  उपस्थिति का प्रतिशत 70%  के आसपास रहने लगा। 

⭐C- विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ : - मेरे विद्यालय के विद्यार्थियों ने ब्लॉक व जनपद स्तर पर अनेक क्षेत्रों में जैसे कला, क्रीड़ा, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, निबन्ध आदि प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है तथा पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं।

⭐D- विद्यालय की छात्राओं ने समय- समय पर नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से बाल विवाह, बालशोषण, महिला सशक्तीकरण पर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत, पालीथिन मुक्त भारत आदि विषयों पर ग्राम वासियों को भी जागरुक किया। 








👉5- विद्यालय में शिक्षण के साथ – साथ सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियां :

⭐A- शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ विद्यालय में अन्य गतिविधियों को भी शामिल किया गया है  जैसे कला, रंगोली,  निबंध-लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। बच्चों द्वारा हर क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया  जाता रहा है। 

⭐ B-  विद्यालय में सक्रिय मीना मंच व बाल संसद का भी गठन किया गया है। मीना मंच में हर शनिवार को कुछ न कुछ नया छात्रों द्वारा किया जाता रहा है।

⭐C- बच्चों द्वारा समय-समय पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें नुक्कड नाटक, रैली भी आयोजित की जाती है।

⭐D- विद्यालय में बच्चों के अध्ययन के लिए एक सक्रिय लाइब्रेरी भी खोली गई है, जिसमें बच्चे बहुत ही रूचि लेते हैं। 

⭐E- I.C.T. का प्रयोग करके बच्चो का शैक्षिक स्तर निरन्तर सुधारने का प्रयास किया जाता है। 

⭐F- विद्यालय में विभिन्न स्थानों पर BALA Painting भी कराई गई है।

⭐G- बच्चों से निरंतर योगा, P.T., मेडिटेशन भी कराया जाता है। बच्चे इसका महत्व भी जानते हैं।

👉6-(A) शिक्षकों के नवाचार का विवरण : - कक्षा शिक्षण को रूचि पूर्ण बनाने के लिए कई नवाचारों को विद्यालय में लागू किया गया है।  विद्यालय में होने वाली सारी गतिविधियों व नवाचारों का अभिलेखीकरण कर विद्यालय में भी रखा गया है। 

⭐B- शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों का विवरण:- शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी एवं जनपद स्तर पर T.L.M. मेला व विज्ञापन प्रदर्शनी में भाग लिया गया, जिसमें पुरस्कृत भी किया गया है।

👉7- मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: - मिशन शिक्षण संवाद से हमे निरंतर ऊर्जा मिलती रहती है और कुछ नया करने को प्रेरित करती है।

👉8- शिक्षक समाज के लिए संदेश:- अगर हम अपने कार्य को पूर्ण लगन व निष्ठा के साथ करेंगे तो हम समाज की अपने (शिक्षक) प्रति नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदल देंगे और हम काफी हद तक सफल हो रहे है। 


संकलन एवं सहयोग:- संयोगिता (प्र. अ. प्राथमिक विद्यालय, अदलपुर),

विनीता कुमारी झा (स. अ. कंपोजिट विद्यालय, सालारपुर)

टीम मिशन शिक्षण संवाद मुरादाबाद 


नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏

दिनांक: 05-02-2021

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