३९४~ सूर्य प्रकाश सिंह (प्रधानाध्यापक), प्राथमिक विद्यालय डेण्डासई धाता, फ़तेहपुर, उत्तर प्रदेश

🏅अनमोल रत्न🏅





मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद फतेहपुर से अनमोल रत्न शिक्षक साथी भाई सूर्य प्रकाश सिंह जी से करा रहे हैं जिनके अनुकरणीय और प्रेरक प्रयासों ने बेसिक शिक्षा के लिए असम्भव कहा जाने वाला ऐसा कार्य कर दिखाया। जो हम सभी शिक्षकों के अनेकों प्रयासों के बाद भी असम्भव सा प्रतीत होता रहता है। आज बेसिक शिक्षा के सरकारी कहे जाने वाले परिषदीय विद्यालयों की सबसे बड़ी समस्या है विद्यालय में बच्चों का नामांकन और ठहराव। जिसका आपने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से समाधान कर दिखाया। जिससे आज आपके विद्यालय में 111 से नामांकन बढ़ते हुए चार सत्रों में 252 एवं उपस्थिति 90% तक रहने लगी है। मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से हम ऐसे अनुकरणीय एवं प्रेरक प्रयासों को सादर नमन करते हैं।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2507923036151945&id=1598220847122173

👉(1) शिक्षक परिचय:-
सूर्य प्रकाश सिंह (प्रधानाध्यापक)
प्राथमिक विद्यालय डेण्डासई धाता, फ़तेहपुर, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति- 15/12/2009
प्राथमिक विद्यालय कसेरूवा ,हथगाम-फ़तेहपुर।
वर्तमान नियुक्ति- 10/05/2016
प्राथमिक विद्यालय डेण्डासई, धाता फतेहपुर

👉(2) विद्यालय की समस्याएँ:-

जब मैंने इस विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया था उस समय विद्यालय अनेक समस्याओं से ग्रसित था। यथा-
👉विद्यालय में पेयजल की व्यवस्था का न होना
👉🏻 विद्यालय की छतों से पानी का टपकना।
👉🏻 बाउण्ड्रीवाल का न होना।
👉🏻 विद्यालय परिसर में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहना।
👉 विद्यालय समय बाद विद्यालय में जुवां खेला जाना।
👉🏻 परिसर में जल भराव की समस्या
👉🏻 कमरों की फर्स का टूटा होना।
👉🏻 विद्यालय में शिक्षकों की कमी
👉🏻 न्यून छात्र नामांकन
👉🏻 छात्रों की अतिन्यून उपस्थिति।
👉अभिभावकों व ग्रामीणों का अपेक्षित सहयोग का अभाव।

👉(3) विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
शिक्षक बनकर समाज की सेवा करना मेरे बचपन का सपना था। एक शिक्षक होने के नाते मैंने अपने सम्पूर्ण दायित्वों का निर्वहन पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ किया और कर रहा हूँ।



👉(4) स्वयं का प्रयास:-
👉🏻 विद्यालय की भौतिक दशा सुधारने हेतु- वृहद वृक्षारोपण का कार्य किया।
👉जलभराव की समस्या से निपटने हेतु मिट्टी भराई कराया तथा मैदान का समतलीकरण कराया।
👉पेयजल की समस्या से निपटने हेतु जिम्मेदार अधिकारियों से मिलकर हैंडपम्प लगवाया।
👉विद्यालय में भौतिक संसाधनों की कमी को स्वयं के खर्चे से न्यूनतम निवेश द्वारा पूरा किया।
👉🏻शिक्षकों व SMC के सहयोग से नामांकन बढ़ाने के सफ़ल प्रयास किये गए।
👉🏻 ग्राम प्रधान जी के द्वारा बाउण्ड्रीवाल, मिट्टी की पुरायी का कार्य, सभी कक्षा- कक्षों में टाइल्स का कार्य, गेट से कक्षा कक्षों तक इंटरलॉकिंग का कार्य कराया गया।
















👉(5) विद्यालय के प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेल कूद गतिविधियाँ:-
A- सर्वप्रथम विद्यालय में माइक और ड्रम को खरीद गया, जिसके परिणाम स्वरूप संगीतमय प्रार्थना, पी०टी० आदि को कराया जाने लगा। बच्चे बड़े ही सहज भाव से भाग लेने लगे।
B- योग शिक्षा के तहत उन्हें योगा भी कराया जाने लगा।
C- योग शिक्षा के उपरान्त बच्चों को नैतिक शिक्षा की कहानी सुनाई जाने लगी।
D- दैनिक श्यामपट कार्य नियमित रूप से किया जाना।
E- साथ ही प्रार्थना स्थल पर सामान्य ज्ञान एवं आज का विचार को भी साझा किया जाता है।
F- स्थानीय परिवेश, सामाजिक रीति रिवाज़, स्थानीय मेले, त्योहारों आदि के विषय में जानकारी प्रदान की जाती है।
G- बच्चों की रुचि के अनुरूप नित्यप्रति खेलकूद कराए जाते हैं।
H- महापुरुषों की जयन्ती पर विशेष आयोजन किये जाते हैं।
I- बाल संसद का नियमित मंचन किया जाता है।
J- राष्ट्रीय पर्वों यथा- गणतन्त्र दिवस, गाँधी जयन्ती, स्वतंत्रता दिवस पर गांव के सभी लोग बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करते हैं।
K- अधिगम स्तर के अनुरूप प्रत्येक छात्र की प्रोफाइल तैयार करना।

👉🏻 नामांकन:-
नामांकन स्तर बढ़ाने हेतु नामांकन मेला, शिक्षा जागरूकता रैली, स्कूल चलो अभियान रैली, अधिकाधिक जनसंपर्क व व्यक्तिगत रूप से प्रेत्यक अभिभावक से फोन द्वारा निरंतर सम्पर्क किया गया जिससे नामांकन में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई।
2016-17.........111
2017-18.........157
2018-19.........211
2019-20.........252

👉🏻 उपस्थिति 90% से ऊपर रहती है।

👉(6) पुरस्कार विवरण:-
वर्षिक परीक्षा, वार्षिक खेलकूद और राष्ट्रीय पर्वों पर बच्चों को पुरस्कृत किया जाता है।

👉(7) शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियाँ:-
(1) हमारे विद्यालय में नवाचारी शिक्षा पर ज़ोर दिया जाता है, जिससे बच्चों के लर्निंग आउटकम में वृद्धि हुई।
(2)प्रत्येक कक्षा में साउंड लगाकर संपर्क फाउंडेशन द्वारा विकसित पाठ्ययोजन द्वारा रोचक शिक्षण कार्य कराया जाता है।
(3) टी0एल0एम0 के माध्यम से शिक्षण कार्य।
(4) MDM से पूर्व भोजन मन्त्र के जाप से सकारात्मक प्रभाव का पड़ना।
(5) मोबाइल एवं लैपटॉप के माध्यम से ICT शिक्षण करना।
(6) पाठशाला फन वाला के माध्यम से रोचक शिक्षण

👉(8) सम्मान एवं पुरस्कार:-
👉🏻 दिनाँक 25/01/2019 को जिलाधिकारी महोदय, फ़तेहपुर द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार मिला।
👉खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा सर्वाधिक नामांकन पर पुरस्कृत किया गया।
👉आई सी टी बेस कक्षा शिक्षण का पुरस्कार डायट प्राचार्य द्वारा प्रदान किया गया
👉🏻 बच्चों को टाई, बेल्ट एव आई कार्ड का वितरण स्वयं के खर्चे से किया गया।
👉🏻 सभी बच्चों को निःशुल्क छात्र डायरी का वितरण श्रीमान खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा कराया गया।

👉(9)अन्य उपलब्धियाँ:-
(1)सर्वप्रथम ब्लाक में विद्यालय के 100%बच्चों के आधारकार्ड बनवाने का रिकॉर्ड।
(2) प्रमुख समाचार पत्रों में यथा दैनिक जागरण, अमर उजाला व आज दैनिक में विद्यालय की कवर स्टोरी का प्रकाशन हुआ।
(3) विद्यालय का अंग्रेजी माध्यम व मॉडल स्कूल हेतु चयन

(10)मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:-
मिशन शिक्षण संवाद आज के शिक्षकों के लिए संजीवनी है। इससे जुड़कर शिक्षक बहुत कुछ सीख रहे हैं। साथ नवाचारी बनकर बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर एक संस्कारित समाज का निर्माण कर सकता है।

(11) शिक्षक समाज के लिए संदेश:-

"कर दिखाइये कुछ ऐसा, कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा"

संकलन एवं सहयोग:
बबलू सोनी
टीम मिशन शिक्षण संवाद

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बन्धित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail. com पर भेज सकते हैं।
सादर:
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
10-12-2019

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