महिला सशक्तीकरण 182, पूनम अवस्थी, फतेहपुर
*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-182*
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*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक- 30 दिसम्बर 2019)
नाम- श्रीमती पूनम अवस्थी
पद- प्रधानाध्यापिका
विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय जोगापुर
देवमई, फ़तेहपुर।
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
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वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति- 05/08/2016
💁🏻 मेरी नियुक्ति के समय विद्यालय में छात्र नामांकन अति न्यून था। उस वक्त नामांकन के रूप में मात्र 44 छात्रों का ही नामांकन था। विद्यालय का भौतिक परिवेश बहुत ही अस्त व्यस्त था। विद्यालय की ये दशा देखकर मुझे बड़ा असहज लगा। किन्तु मैंने हिम्मत न हारी और सकारात्मक सोच के साथ लग गयी विद्यालय को संवारने में। मेरे द्वारा बच्चों व विद्यालय के हित में बहुत से कार्य किये गए, जिनमें से कुछ प्रमुख कार्य निम्नवत हैं-
1. मैं बच्चों के साथ सहज व्यवहार कर उनसे घुलने का प्रयास करने लगी।
2. प्रार्थना सभा को प्रभावी बनाने के लिए प्रार्थना को सुर और ताल के साथ एवं व्यायाम को ढ़ोल के साथ रोचक ढंग से कराना प्रारम्भ किया।
3. गाँव का भ्रमण करके ग्रामीणों के भरोसे को जीत फलस्वरूप विद्यालय का नामांकन आज 107 हो गया है।
4. भोजन के पूर्व सभी के द्वारा एक साथ भोजन्मन्त्र करने के पश्चात ही भोजन किया जाने लगा।
5. बच्चों की अधिक उपस्थिति एवं ठहराव के लिए मासिक पुरस्कार की योजना लागू की गई।
6. गतिविधि और खेलकूद के द्वारा शिक्षण कार्य किया जाने लगा।
7. नियमित रूप से योगा, लाइब्रेरी का प्रयोग, खेलकूद और बाल संसद क्रियान्वयन किया जाने लगा।
8. मासिक अभिभावक बैठक आयोजित की जाने लगी, जिसमें बच्चों की प्रगति आदि पट चर्चा की जाने लगी।
👉🏻 उपरोक्त प्रयासों से मेरे स्कूल में बच्चों का नामांकन 44 से 107 हो गया है। विद्यालय में ग्रामीणों का सहयोग बना रहता है। इसके अलावा मेरा विद्यालय अंग्रेजी माध्यम का घोषित किया गया।
मेरे विद्यालय का स्टाफ़ बहुत ही सहयोगी है। प्रत्येक कार्य में कदम से कदम मिलाकर साथ देते हैं।
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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