पेपर बैक बुक डे

यह एक प्रकार के पुस्तक होते हैं,

जिसमें मोटे कवर पर लगते हैं। 

यह किताब कार्ड बोर्ड से बनी होती,

सस्ते और कम दामों में ये आते हैं।।


वर्तमान में उपलब्ध पेपर बैक,

आकार के आधार पर भिन्न-भिन्न हैं।

इनसे हल्की किताबें विकसित हुईं,

लम्बी दूरी यात्रा हेतु, सुलभ अधीन है।।


कम कीमत और पोर्टेबिलिटी के वजह से, 

बाजार में तेजी से यह लोकप्रिय हुआ।

उस तारीख के वर्षगाँठ रूप में मनाया गया,

जब 1935 में पहली पेगुइंग पेपर बैक प्रकाशित हुआ।।


एक पेपर बैग के अंदर के,

पृष्ठ कागज के बने होते हैं।

सस्ता और टिकाऊ बुक हम खरीदते

30 जुलाई, पेपरबैक बुक दिवस मनाते हैं।।


रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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