मिशन के सच्चे सेवक
मिशन शिक्षण संवाद के,
सच्चे सेवक हैं हम।
स्वयंसेवी सब शिक्षक हम,
निःस्वार्थ छात्र हित करते हैं।।
दैनिक श्यामपट्ट, कहानी, कविता,
नैतिक वचन, योगा करवाते हम।
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की,
सतत् तैयारी करवाते हम।।
हिम मन्थन, काव्यांजलि में,
अपना नवाचार दिखाते हम।
ना कोई एन.जी.ओ. ही है,
ना कोई सामाजिक संस्था।।
छात्रहित में हम कार्य करते,
है ये मिशन की स्व-व्यवस्था।
अपने नये नवाचारों से हम सब,
छात्रों को अवगत करवाते।।
छात्रों के लेखन- सृजन को,
सर्वत्र स्थान दिलाते हैं।
बच्चों का सर्वांगीण विकास हो,
सब साथी तत्पर रहते हैं।।
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया,
हरदम अविरल चलाते रहेंगे।
शिक्षा के नवाचार की लौ,
यूँ ही निरन्तर जलाते जायेंगे।।
रचयिता
सरिता मैंदोला,
रा0 उ0 प्रा0 वि0 गुमखाल,
विकास खण्ड-द्वारीखाल,
जनपद-पौडी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
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