विश्व थाइराइड दिवस

तितली के आकार की एक ग्रंथि,

जो गर्दन के नीचे पाई जाती है।

शरीर में दो जरूरी हारमोंस 

T1, T4 का उत्पादन करती है।।


थायराइड ग्लैंड में खराबी होने पर,

थायराइड बीमारी नाम दिया जाता है।

हार्मोन का उत्पादन कम या ज्यादा होना,

बीमारी की गंभीरता को बताता है।।


घबराहट, अनिद्रा या चिड़चिड़ापन,

अधिक पसीना, बाल झड़ना लक्षण होता है।

अव्यवस्थित दिनचर्या, तनाव, मधुमेह, 

आयोडीन की कमी के कारण होता है।।


वर्ष 2007 से, प्रतिवर्ष 25 मई को,

विश्व  थाइराइड दिवस मनाया जाता है।

यूरोपियन थायराइड एसोशिएशन द्वारा, 

बीमारी के प्रति जागरूकता लाया जाता है।।


शारीरिक श्रम,  योगा, पर्याप्त नींद लेना, 

 पोषणयुक्त भोजन करना है इसका उपाय।

धूम्रपान, एल्कोहल, चीनी, चावल ने खाये, 

डॉक्टर से परामर्श करें, खुद ही करें बचाव।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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