४३१~ बिम्बसार बौद्ध (स.अ.) प्राथमिक विद्यालय दहेलिया, जैथरा, एटा, उत्तर प्रदेश

      🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-एटा से अनमोल रत्न शिक्षक साथी बिम्बसार बौद्ध जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को विविध गतिविधियों के केंद्र, बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र एवं समाज के लिए विश्वास का केन्द्र बना दिया। जिससे विद्यालय एवं उसकी उत्कृष्ट पहचान न सिर्फ जनपद बल्कि प्रदेश में गौरव बढ़ा रही है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है। 


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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👉 1. शिक्षक का परिचय:
बिम्बसार बौद्ध (स.अ.)
प्राथमिक विद्यालय दहेलिया, जैथरा, एटा, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति:18-11-2015
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 18-11-2015

👉 2- विद्यालय की समस्याए:-
A. कम नामांकन
B. नामांकन के सापेक्ष कम उपस्थिति
C. अनुशासन
D. बच्चों की भाषा की समस्या
E. खेल परिसर का आभाव
F. शिक्षकों की कम संख्या
G. पेड़ पौधों के लिए परिसर की कमी
H. एक ही कक्षा में बच्चों की शैक्षिक स्तर में भिन्नता।
I. सरकारी विद्यालयों के प्रति अभिभावकों का नकारात्मक दृष्टिकोण
J. बच्चों की साफ सफाई में कमी
K. बच्चों द्वारा पुस्तकों के पेज फाड़ कर फेंकना






👉 3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
🥀A. डोर टू डोर भ्रमण शुरू किया और बच्चों के बड़े भाई बहनों से बातचीत करके उन में सरकारी स्कूल के प्रति आकर्षण उत्पन्न कराया गया।
🥀B. बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रार्थना सभा में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां ऐसी जगह कराई गई जहाँ से आते-जाते समुदाय के लोग भी देख सकें।
अनुपस्थित होने पर बच्चे के अभिभावक का उत्तरदायित्व तय किया।
🥀C. बच्चों को अनुशासित रखने के लिए ध्यान एवं योग का नियमित अभ्यास कराया जाता है।
🥀D. कक्षा 1, 2 और 3 में लोकल भाषा की छूट और कक्षा 4 एवं 5 में strictly किताबी भाषा।
🥀E. खेल अभ्यास के लिए रास्ते पर ही खेल खेलने लगे। जिसमें समुदाय का सहयोग लिया।
🥀F. विद्यालय में 128 बच्चों के सापेक्ष केवल 2 शिक्षक हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए बाल संसद का गठन किया।
🥀G. पेड़ पौधों के लिए एक नवाचार किया- जिसमें कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतलें काटकर गमले बनाए और उन्हें सजाकर पौधे लगाना शुरू किया।
🥀H. शैक्षिक स्तर के अनुसार बच्चों के समूह बनवाए जो कक्षा के अनुसार नहीं रखे:-
1. Class Group
2. Home Group
कमजोर बच्चों की *एक्स्ट्रा क्लास* साथ ही प्रतियोगी बच्चों की तैयारी।
🥀I. समुदाय का दृष्टिकोण बदलने के लिए बच्चों को स्कूली परिवेश के साथ ग्रामीण परिवेश में भी पढ़ाया जाता है (प्रयोगात्मक शिक्षा)। जिससे विद्यालय की गतिविधियों में अभिभावकों का भी सहयोग मिलता है। इसके लिए मेरे द्वारा 5 दिन का *Summer Camp* एवं समय-समय पर *प्रदर्शनी का आयोजन* भी किया जाता है।
🥀J. साफ सफाई के लिए बच्चे को बैग स्कूल में रखकर घर भेज कर साफ सफाई से आने के लिए बोला जिससे बार-बार ऐसा होने पर उनकी माताएं अपना कर्तव्य समझने लगती हैं, बच्चियों को बाल बांधने के लिए घर भेजना।
🥀K. कॉपियों का रख-रखाव का मेरा नवाचार जिला ही नहीं प्रदेश स्तर पर सराहा गया है।







👉 4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
कक्षा में विभिन्न गतिविधियों के लिए *ICT* का प्रयोग मेरे द्वारा किया जाता है जो मेरे स्वयं के खर्चे पर उपलब्ध कराता हूं। जिसमें *Laptop, 3D Screen, V.R. Box, माइक, प्रोजेक्ट, ऑर्गन मुख्य रूप से हैं।* समय-समय पर अभिभावकों को भी ICT टूल्स पर बच्चों द्वारा की गई गतिविधियों एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दिखाई जाती हैं जिसका प्रभाव यह हुआ कि अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूल से हमारे विद्यालय में बच्चों का नामांकन कराया।

👉 5- विद्यालय और बच्चों की उपलब्धि:-
🥀A- नामांकन विवरण:
2015 - 85
2016 - 92
2017 - 121
2018 - 123
2019 - 129

🥀B- उपस्थिति:
2015 - 50%
2016 - 80%
2019 - 90% से अधिक

🥀C- पुरस्कार विवरणः
⚘क. पिछले तीन वर्षों से न्याय पंचायत खेल में over all Champion
⚘ख. 2017 ब्लाक स्तर खेल के over all Champion
⚘ग. 2018 ब्लाक स्तर खेल के second champion
⚘घ. 2018 जिला स्तर के लम्बी कूद विजेता, जिला स्तर कबड्डी बालिका Runner up
⚘ङ. मार्च 2020 मुख्य जिला विकास अधिकारी द्वारा बाल संसद को पुरस्कृत किया गया।

🥀D- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:
बच्चों को प्रत्येक वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है जिसके लिए जरूरत पड़ने पर अवकाश के दिन या रविवार को भी अतिरिक्त समय में प्रतियोगी बच्चों की कक्षा लगाई जाती हैं।
🥀E- अन्य उपलब्धियाँ:
बच्चे कक्षा 5 उत्तीर्ण करके जिन जिन विद्यालयों (Govt. Or Private) में जाते हैं उनमें उत्कर्ष बच्चों की श्रेणी में रहते हैं।

👉 6 - शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियां:-
🥀A- नवाचार:
सामान्य ज्ञान का टेलीविजन, चित्रकला द्वारा शिक्षा, किताब कापियों का रख-रखाव ऐसे नवाचार रहे जिन्हें प्रदेश स्तर तक सराहना मिली और बच्चों की कई छोटी बड़ी समस्याओं का समाधान हो सका।
🥀B- सम्मान:
🏅क. 2018 जिला उत्कर्ष शिक्षक।
🏅ख. 2019 जिला उत्कर्ष शिक्षक
🏅ग. 2019 मिशन शिक्षण संवाद प्रदेशीय कार्यशाला महोबा में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान।
🥀C- पुरस्कार:
🏅क. SKOCH National Education Award
🏅ख. ZIIEI कार्यशाला में MHRD मंत्री भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय नवाचार पुरस्कार





















👉 7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:
ऐसे शिक्षक जो नकारात्मक माहौल में अलग-अलग रहकर सकारात्मक कार्य कर रहे थे उन शिक्षकों को एक जगह लाने का कार्य मिशन शिक्षण संवाद ने किया है और जो शिक्षक नकारात्मकता में कहीं खोते जा रहे थे उनमें एक नई ऊर्जा जो शिक्षकों को शिक्षकों के द्वारा ही मिलती है उसे देने का कार्य किया है और अब यह मंच सकारात्मकता की ऊर्जा से भर चुका है जो पूरे बेसिक के शिक्षक और बच्चों के साथ समुदाय को भी ऊर्जावान कर रहा है। इस क्रम में निरंतर विस्तार होता रहेगा।
मिशन की टीम के समर्पण की जितनी सराहना की जाए कम है।

👉 8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
महापुरुषों के शब्दों को दोहराना चाहूंगा-
🚀 भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान लगता है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भीड़ हमेशा सही रास्ते पर चलती है।
अपने रास्ते खुद चुनिए क्योंकि आपको आपसे बेहतर और कोई नहीं जानता।

🚀 जब दिमाग कमजोर होता है तो परिस्थितियां समस्या बन जाती है।
जब दिमाग स्थिर होता है तो परिस्थितियां चुनौती बन जाती हैं।
जब दिमाग मजबूत होता है तो परिस्थितियां अवसर बन जाती हैं।

👉9- संकलन एवं सहयोग
विकास मिश्र
मिशन शिक्षण संवाद एटा
12-04-2020

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