हिंदी हमारी मातृभाषा

हम सबकी भाषा,

जीने की अभिलाषा।

हमारा  अभिमान,

हमारा स्वाभिमान मातृभाषा।

जीवन की अभिव्यक्ति,

हम सबकी शक्ति मातृभाषा।

देश की जान,

हम सबकी शान मातृभाषा।

हमारी प्यारी बोली,

जीवन की हमजोली मातृभाषा।

एक पावन पर्व,

सबकी मनभावन मातृभाषा।

भगवान का दिया पुरस्कार,

हम सबके संस्कार हैं मातृभाषा।

जीवन का वरदान,

हम सबका सम्मान है मातृभाषा।

हिंदी का सम्मान,

हम सबका सम्मान


रचयिता

शीतल सैनी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय धनोरा,

विकास खण्ड व जनपद-हापुड़।


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