222/2024, बाल कहानी- 04 दिसम्बर


बाल कहानी - शक्ति की पहचान
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एक कविता नाम की एक लड़की थी। वह अपने गाँव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती थी। वह कुशाग्र बुद्धि और चंचल स्वभाव की थी। वह अपने साथियों की हमेशा मदद करती थी। सभी अध्यापक और बच्चे उससे बहुत खुश रहते थे। परन्तु कुछ दिनों से उसकी कक्षा अध्यापिका ने महसूस किया कि हमेशा चंचल और खुशहाल रहने वाली कविता उदास और मायूस रहने लगी है। अगर कोई उसे छू भी ले तो वह डर के मारे चौंक जाती थी। कक्षा अध्यापिका ने कविता के व्यवहार में आए बदलाव का कारण जानना चाहा, किन्तु कविता को न जाने किस बात का डर था कि वह कुछ बोल न सकी। अध्यापिका ने उसे अपने मन की बात को अपने माता-पिता को बताने के लिए कहा परन्तु कविता ने कोई जवाब नहीं दिया। वह चुपचाप जाकर कक्षा में बैठ गयी। 
अध्यापिका ने कविता की परेशानी को ध्यान में रखकर कक्षा में बच्चों को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए अच्छे स्पर्श और गलत स्पर्श के बारे में समझाया। बच्चों को अपनी सुरक्षा के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में बताया। इस नंबर पर कोई भी बच्चा बिना डरे अपनी शिकायत कर सकता है। कक्षा अध्यापिका की बातों को सुनकर कविता की आँखों में एक चमक दिखाई दी। स्कूल से उस दिन कविता जब घर गयी तो उसने 1098 नंबर पर बिना डरे फोन करके पड़ोस में रहने वाले चाचा जो उसे टॉफी चॉकलेट देकर उसे गलत स्पर्श करते और डराकर चुप करा देते, उनकी शिकायत दर्ज करा दी। कविता की शिकायत पर पुलिस पड़ोसी चाचा को पकड़ कर ले गयी। चाचा को पुलिस के द्वारा ले जाते देख कविता इतनी खुश हुई, मानो उसे इतना बल मिल गया है कि अब उसका कोई कुछ नहीं कर सकता है। कविता अब अब रोज स्कूल खुशी से जाती है और मन लगाकर पढ़ती है।

#संस्कार_सन्देश -
हमें अपनी सुरक्षा के लिए सदैव जागरुक रहना चाहिए और जरुरत पड़ने पर पुलिस की मदद लेनी चाहिए। 

कहानीकार-
#सुमन_यादव (स०अ०)
प्रा० वि० पूरे शिवरतन सिंह
मासाडीह, महसी (बहराइच)

कहानी वाचन-
#नीलम_भदौरिया (स०अ०)
जनपद- फतेहपुर (उ०प्र०)

✏️संकलन
📝टीम #मिशन_शिक्षण_संवाद
#दैनिक_नैतिक_प्रभात

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