१५८- आशीष कुमार प्रा० वि० कुरसंडा, पिहानी, हरदोई
मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के युवा अनमोल रत्नों में से एक युवा आदर्श शिक्षक भाई आशीष कुमार जी जनपद- हरदोई से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच से बेसिक शिक्षा के सम्मान में कुछ ही वर्षों में चार चाँद लगा दिये। आपने एक ऐसे विद्यालय को आदर्श बना दिया, जो पहले अव्यवस्थाओं के प्रतीक के रूप में जाना जाता था। तो आइये देखते है किस प्रकार युवा सकारात्मक सोच ने बेसिक शिक्षा की दशा और दिशा बदल दी। फोटो देखने के लिए मिशन शिक्षण संवाद के लिंक पर क्लिक करें:--
एक छोटा सा प्रयास
बेसिक शिक्षा विभाग पिहानी हरदोई
लेखक --आशीष कुमार
बेसिक शिक्षा विभाग पिहानी हरदोई
लेखक --आशीष कुमार
मैं आशीष कुमार प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा विकास क्षेत्र -पिहानी जनपद -हरदोई उत्तर प्रदेश से मेरी प्रथम नियुक्ति 04/07/2011 में हुई थी। चार वर्षों तक सेवा के पश्चात पदोन्नति में मैं प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा पिहानी में प्रधानाध्यापक पद हेतु दिनांक 03/07/2015 को नियुक्त हुआ। तब मैं विद्यालय एक सपने के साथ आया था कि शिक्षा के स्तर में हम अधिक से अधिक सुधार करूँ। परंतु जब मैं विद्यालय पहुँचा और देखा की विद्यालय की स्थित अत्यंत दयनीय थी। विद्यालय में अनुशासन तो नाम मात्र का न था। विद्यालय खुलते ही गाँव के लोग दो चार जानवर विद्यालय परिसर में घास चरने हेतु छोड़ देते थे। विद्यालय परिसर में घास भी बहुत बड़ी बड़ी थी विद्यालय का ग्राउण्ड अत्यंत ऊबड़ खाबड़ स्थित में था। तीन रसोइया में एक खाना बनाती थी तथा दो कुर्सियों पर बैठकर अध्यापकों की भाँति गिनतिया पढाती थी। साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं देती थी। अब विद्यालय में उपस्थिति की बात करें तो 210 छात्रों में मात्र 10 से 20 छात्र/छात्राएँ की ही उपस्थिति थी। विद्यालय की स्थित को देखकर मेंने ठान लिया कि विद्यालय के हर पहेलू के सुधार हेतु मैं अपना 100% प्रयास करूँगा। एक दिन विद्यालय पहुँचकर हमने रसोइयों से साफ सफाई के लिये कहा तो वह अनसुना कर गयी। तो हम स्वयं ही इस कार्य में लग गये। मैं नियमित आता सर्वप्रथम विद्यालय में पड़ा कूड़ा उठाकर बाहर फेंकता ऐसा करते देख स्वयं रसोईयों नें धीरे -धीरे कार्य करना शुरू कर दिया। तथा तीनों रसोईया साफ सफाई से भोजन बनाने लगी। परंतु छात्र /छात्राओं की उपस्थिति को देखकर मैं अभी भी बहुत चिंचित था। इस विषय पर चर्चा करने के लिये हमने एस एम सी की मीटिंग बुलाई जिसमें सभी सदस्य के साथ कुछ अभिभावक भी आये मैेंने उक्त बिंदु पर चर्चा की कि सभी लोग अपने अपने पाल्यो को विद्यालय अवश्य भेजे।इस बैेठक से कुछ छात्र संख्या बढ़ी। लेकिन छात्र संख्या अभी भी पर्याप्त नहीं थी। तथा मैेंने घर घर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क किया। इन्ही दिनों हमारे विकास खंड में नये खंड शिक्षा अधिकारी श्री मनोज कुमार बोस जी की नियुक्ति हुई।. वह बहुत ही ईमानदार, कर्मठ और प्रेरित करने बाले व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं। उन्होंने अपनी प्रथम मीटिंग में सभी अध्यापकों से कहा कि बालकों के लिये जितना पैसा आता है उसका उचित लाभ दें। उनकी बातों से मैं अत्यंत प्रभावित हुआ। मैंने अपने विद्यालय में दो सेट यूनिफॉर्म के साथ टाई, बेल्ट, जूता, मौजे भी वितरित किये। तथा जो बच्चे प्रतिदिन साफ सुथरी अवस्था में आते थे उनको पुरस्कृत किया साथ ही साथ उनके माता पिता को भी पुरस्कृत किया.फलस्वरूप बच्चे दोगुने उत्साह के साथ विद्यालय आने लगे। तथा उनके माता पिता भी अपने बच्चों को साफ सुथरा व पूरी यूनीफॉर्म के साथ भेजते। बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाने के लिये कभी कभी खेल विधि से बच्चों को शिक्षा देता तथा खेल भी खिलाता। जिससे बच्चे पढ़ने में अधिक से अधिक रुचि लेने लगे। इस कार्य में हमारे सहायक अध्यापक श्री धीरज सिंह व श्री मती मंजू लता जी नें अपना पूर्ण योगदान दिया। अब विद्यालय में छात्र उपस्थित पर्याप्त हो चुकी थी। बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ मैं विद्यालय की भौगोलिक स्थित में भी सुधार निरंतर करता चल रहा था। विद्यालय परिसर में मिट्टी डलवा कर बराबर कराया। तथा ईंटों की सहायता से क्यारिया बनवाई। तथा कई प्रकार के पौधों को विभिन्न जगहों से पौधों को लाकर लगाया। इसके साथ साथ बच्चों को सभी कार्य जैसे साथ साथ बच्चों को खाना -खाना, पानी पीना, अनुशासन के साथ बैठने आदि के लिये प्रेरित किया। और अब प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा के बच्चे अनुशासित होंने के साथ साथ विद्यालयी तौर तरीके भी अच्छी तरह से जानते है। तथा अपनी दैनिक कार्य शैली में भी अपनाते है। परिणाम स्वरूप वर्ष 2015-16 में प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा को जनपद हरदोई का उत्कृष्ट विद्यालय चुना गया। तथा दिनांक 05/09/2016 को शिक्षक दिवस पर राज्य सरकार द्वारा एक लाख बीस हजार की प्रोत्साहन राशि के साथ प्रशस्ति पत्र भी दिया गया। तथा माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा चलाई गयी योजना स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2016 में भी हरदोई जनपद से प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा को चयनित किया गया है। एम एच आर डी द्वारा ऑल ओवर इंडिया कट ऑफ 92% के साथ विद्यालय को फाइव स्टार मिला है। जिसका विभाग द्वारा स्थलीय परीक्षण होना बाकी है। प्राथमिक विद्यालय कुरसंडा निम्न बिंदुओ को लेकर जिले में अपनी एक अलग पहचान बनाये हुये है।
1-आठ क्यारियों के साथ लगभग 35 गमलो में खुशबू बिखेरते पौधों की श्रंखला।
1-आठ क्यारियों के साथ लगभग 35 गमलो में खुशबू बिखेरते पौधों की श्रंखला।
2-खूबसूरत व मनमोहक विद्यालय परिवेश।
3-पारदर्शी खिड़कियों, हवा प्रकाश एवं सुंदर और उपयोगी टी.एल एम।
4-विद्यालय में नियमानुसार एस एम सी की बैठक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जन सहभागिता के साथ साथ धूम धाम से उत्सव।
5-हर कक्षा के सभी विधार्थियों का मासिक टेस्ट।
6-सुस्सज्जित प्रार्थना स्थल व एम्प्लीफायर माइक द्वारा प्रार्थना, राष्टगान व राष्टगीत।
7-टाई, बेल्ट, जुते, मोजे व एक जैसे स्वेटरों से सुसज्जित छात्र /छात्राओं व मेधावी बच्चों को स्टार ऑफ द क्लास के रुप में सम्मानित करना आदि।
आशीष कुमार प्रधानाध्यापक पी.एस कुरसंडा, पिहानी, हरदोई
आशीष कुमार प्रधानाध्यापक पी.एस कुरसंडा, पिहानी, हरदोई
मित्रो आप ने देखा कि किस प्रकार एक सूखी शिक्षक की बगिया में आशीष जी ने सुन्दर फूलों की बहार ला दी।
इसीलिए मिशन शिक्षण संवाद ऐसे युवा उत्साह और सकारात्मक सोच को सदैव नमन करता है। साथ ही मिशन शिक्षण संवाद की ओर से विद्यालय परिवार और उसके सहयोगियों सहित सभी को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत- बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
05/11/2016
विमल कुमार
कानपुर देहात
05/11/2016
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