९१- अनुराधा प्रा० वि० भांवत, जागीर, मैनपुरी

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा की अनमोल रत्न बहन अनुराधा जी से करा रहे हैं।  जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच की शक्ति से अपने विद्यालय को मात्र कुछ महीनों में जनपद का सम्मानित विद्यालय होने का गौरव हासिल कर लिया। जो हम सब के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण बेसिक शिक्षा के लिए गौरव का प्रतीक है।
क्योंकि बेसिक शिक्षा आज ढर्रा नाम की नकारात्मक सोच में इस तरह जकड़ चुका है जैसे कभी भारत ईस्ट इण्डिया नाम की कम्पनी से जकड़ा हुआ था। जब भी विद्यालयों में कोई शिक्षक परिवर्तन का काम शुरू करता है तो अनेकों ढर्रे बाज अपनी नकारात्मक सोच की तलवार लेकर हतोत्साहित करने को आगे आ जाते हैं। लेकिन बेसिक शिक्षा के प्रति समर्पित शिक्षक एक पराक्रमी योद्धा के समान सभी नकारात्मक शक्तियों को नकारते हुए, सकारात्मक सोच की विजय पताका फैराते हुए लगातार अपने विद्यालय को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए आगे बढ़ रहे है। जिसका प्रमाण मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से लगातार आप सबके सामने पहुँच रहा है।
ऐसी बेसिक शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान के लिए काम करने वाली अनमोल रत्न आदर्श शिक्षिका बहन को मिशन शिक्षण संवाद कोटि- कोटि नमन करता है।
आइये जानते है बहन जी शब्दों में विद्यालय की कुछ गतिविधियों और उपलब्धियों को:----

मैं अनुराधा (प्र0अ0) प्राथमिक विद्यालय भांवत विकास क्षेत्र जागीर जनपद मैनपुरी से विद्यालय की गतिविधियों और उपलब्धियों के कुछ अंश आपको शिक्षा के उत्थान के प्रति समर्पित शिक्षण संवाद एवं गतिविधियों के माध्यम से  भेज रही हूँ।
विद्यालय में प्र0अ0 के पद पर जुलाई 2015 में कार्यभार ग्रहण किया विद्यालय का भौतिक परिवेश सामान्य था सब कुछ आम विद्यालय जैसा सामान्य ही था जन सामान्य की सोच विद्यालय के प्रति सामान्य ही थी कार्यभार ग्रहण के उपरांत सर्वप्रथम विद्यालय का मुख्यद्वार ऊँचा कराया जो की सामान्य सतह से 3 फ़ीट नीचे था फिर शौचालय के मरमत का कार्य, उसी के साथ ऑफिस में टाइल का कार्य धीरे धीरे परिवर्तन करते छोटे बड़े सभी त्योहारों को विद्यालय में बेहतर से आयोजित करना  शुरू कर दिया वृक्षारोपण ,स्वेटर वितरण, टाई बेल्ट वितरण ,दैनिक योगा प्रार्थना समय के दौरान सामान्य जानकारी देना शुरू किया समर कैंप का आयोजन किया वर्ष भर की गतिविधियों से जन सामान्य की विद्यालय के प्रति मानसिकता बदल गयी इस प्रयास को तीव्र गति तब प्राप्त हुई जब विद्यालय को स0अ0 के रूप में चार नायाब हीरे श्रीमती वंदना,कुमारी नीलिमा ,श्रीमती मिलन व श्रीमती गीता माह नवम्बर में मिले आज विद्यालय जनपद के उच्च स्तर के विद्यालयों में गिना जाने लगा।
मिशन शिक्षण संवाद की ओर से बहन जी और सहयोगी विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
03/11/2016

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